10. अच्छे विचार

 36. कभी कभी हम सब के जीवन में एक ऐसी विचित्र समस्या अवश्य आती हैं कि शक्तिशाली के समक्ष मोन हो जाना। शक्तिशाली से विवाद करने से बचने के लिए आप मोन रह जाते हैं। मानता हूं ऐसा करने से आप विवाद से बच जाते हैं, परन्तु ऐसा बचाव एक बड़े संघर्ष को जन्म दे देता है। 

कैसे? 

हमारा मोन रहना अनजाने में उसका समर्थन बन जाता है और वो स्वयं को और अधिक शक्तिशाली अनुभव करता है, और यहां से हमारा दमन प्रारंभ हो जाता है। एक के बाद एक हम अन्याय में अनचाह रूप से सम्मिलित होते चले जाते हैं।

तो इसका तोड़ क्या है?

ये समझने के लिए ये जानना आवश्यक है कि ऐसी कौनसी बात है जो आपको विरोध करने से रोकती है। ये आपके भीतर छिपा भय है जो आपको रोकता है। कभी कभी भय आपकी सुरक्षा अवश्य कर सकता है, परन्तु साथ साथ में ये भी जानना आवश्यक है कि भय ही है जो आपको मोन भी रखता है।

इसलिए अपने मन से भय को निकालिये।

सतविचार -: हमारी दृष्टि ही हमारे मानसिक जगत का सृजन करती है।

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