प्रेरक प्रसंग : मेरी डयूटी


🙏🙏जय गुुुरुदेेव🙏🙏


शाकाहारी🌿 बनें और बनाएं


यूरोपियन एयरलाइन में एक प्रेमी नौजवान फर्स्ट क्लास सेक्शन में सफ़र कर रहा था, एयर होस्टेस उसके पास आई और उसने complimentary ड्रिंक ऑफर किया, लेकिन चूँकि वो एल्केहोल ड्रिंक था प्रेमी नौजवान ने लेने से मना कर दिया एयर होस्टेस लौट गयी लेकिन वो वापस आई नया ड्रिंक लेकर कुछ अलग अंदाज़ से, की ड्रिंक ज्यादा अच्छा नज़र आये लेकिन प्रेमी नौजवान ने विनम्रता से मना कर दिया और बोला की वो एल्कोहोल नही लेता ..एयर होस्टेस को बड़ा अजीब लगा और वो मेनेजर के पास गयी मेनेजर ने एक ड्रिंक तैयार किया और उसे फूलों से सजवाया और एयर होस्टेस ने प्रेमी नौजवान के सामने पेश किया और बोली की हमारी सर्विस में आपको कोई कमी लगती हे कि जिस वजह से आप ड्रिंक नही ले रहे ये एक complimentary ऑफर है।
नौजवान ने जवाब दिया मैं सतगुरु का प्रेमी हूँ इसलिए मैं एल्कोहोल को छूता भी नही पीना तो बहुत दूर की बात है ...
तब पास खड़े मेनेजर ने इसे अपना प्रेस्टीज पॉइंट बना लिया और ड्रिंक लेने की जिद करने लगा तब प्रेमी नौजवान ने कहा की तुम पहले पायलट को पिलाओ फिर मैं पियूँगा;
..मेनेजर बोला की पायलट कैसे पी सकता है ?
वो ओन ड्यूटी है और अगर उसने पी लिया
तो पूरे चांसेस है की प्लेन क्रेश हो जाएगा...
प्रेमी नौजवान की आँखे नम हो गयी ,वो
बोला मैं भी हमेशा ड्यूटी पर हूँ
और मेरी डयूटी है कि मुझे अपने गुरु जी के वचनो की पालना करनी है
जैसे कि
तुम्हारे पायलट को हर हाल में विमान बचाना है
उसी तरह से मुझे मेरा ईमान बचाना है,
ईमान बचाना और जिंदगी संवारनी है ।।

      || सादर जय गुरुदेव ||



सतविचार -: हमारी दृष्टि ही हमारे मानसिक जगत का सृजन करती है।

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